जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शहर में इस बार भी पारंपरिक जुलूस-ए-मुहम्मदी बड़े ही अदब और एहतराम के साथ निकाला गया। जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी और खुशियों का इजहार किया।
जुलूस सुबह 7 बजे नया शहर चौराहे और आजाद नगर से प्रारंभ हुआ, जिसमें हजारों अकीदतमंद शामिल रहे। “सरकार की आमद मरहबा” और “आका की आमद मरहबा” के नारों से पूरा शहर गूंज उठा। जुलूस में शामिल उलेमा-ए-इकराम नबी की शान में नात शरीफ पढ़ते हुए आगे बढ़ते रहे।
जुलूस का नेतृत्व और आगाज़
आजाद नगर स्थित मदरसा दारुल उलूम गौसिया तजबीदुल कुरान से जुलूस का आगाज़ कारी सरफराज आलम निजामी की अगुवाई में हुआ, वहीं नया शहर से अंजुमन हुसैनिया कमेटी के अध्यक्ष सरफराज मुस्तफा के नेतृत्व एवं उलेमा की सरपरस्ती में कदीमी जुलूस-ए-मुहम्मदी शानो-शौकत के साथ निकाला गया।
जुलूस का शुभारंभ मौलाना जाहिद रजा, मौलाना अब्दुल वाजिद, हाजी सरफराज मुस्तफा और सीओ सिटी अभय नारायण राय ने हरी झंडी दिखाकर किया। नया शहर में हुसैन वारसी ने कुरान की तिलावत की, हाफिज फैजान चिश्ती ने नात शरीफ पढ़ी और मौलाना जाहिद रज़ा ने तक़रीर पेश की। संचालन नदीम अहमद बरकाती ने किया।
जुलूस में मौजूद रहे सम्मानित सदस्य
इस्तकबाल में सक्रिय रूप से शामिल रहे–हाजी मुहम्मद मुबीन, हाजी मंजूर आलम, खलीलुर्रहमान, हाजी हसन सिद्दीकी, अख्तर आदिल, आबिद हुसैन, मशकूर आलम, मेहराज आलम, परवेज फारूक, इकराम हुसैन, सुहैल फारूक, चांद सिद्दीकी, मुहम्मद अनीस, मुहम्मद आमिर, मुहम्मद फारिक, वाहिद हुसैन, शाह फ़राज़, डॉ. मुहम्मद अफ़रोज़, सुबूर सिद्दीकी, फरहान निसार, जीशान निसार, शीराज हुसैन, तबरेज़ सिद्दीकी, निजामुल हसन, साहिबे आलम, मुहम्मद रिजवान, वाइज फारुक, वामिक फारूक सहित अनेक गणमान्य लोग।