इटावा, 20 जुलाई। बीते माह अप्रैल 2025 में बब्बर शेरनी रूपा से जन्में दो शावक, जिन्हे हेण्ड रियरिंग कर पाला जा रहा था, में से एक नर शावक की दिनांक 16.07.2025 को प्रातः 05ः30 बजे मृत्यु हो गयी थी। चूॅकि दोनो शावक एक साथ लगभग 85 दिन तक रहे। अतः दोनो शावकों के बीच अच्छी बान्डिंग हो गयी थी।
नर शावक की मृत्यु के बाद मादा शावक वियोग के कारण कुछ व्यथित रहने लगी थी तथा अपना आहार समुचित मात्रा में नही ले रही थी। उक्त के द्रष्टिगत इस मादा शेर शावक का एकाकीपन कम करने के लिये उसे तेेंदुआ शावको के बगल वाले क्राल में रखा गया है, जिससे उक्त मादा शेर शावक अपने साथी शावक को भूल सके तथा अपने सामान्य स्थिति में आकर फिर से अपने प्राकृतिक स्वभाव में आ सके। तेंदुआ शावक के बगल में आने के बाद उक्त मादा शावक में अपेक्षित सुधार देखने को मिल रहा है परन्तु अभी भी कभी-कभी वह अपने साथी को खोज रही है।