कुंअरा गांव में सोमवार देर शाम उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब दो साल से मायके में रह रही 32 वर्षीय कविता का शव उसके परिजन लेकर पहुंचे। मृतिका के परिजन उसके चार वर्षीय बेटे दक्ष को पैतृक संपत्ति में हिस्सा दिलाने की मांग पर अड़ गए।
गांव लुधियानी निवासी रामशंकर ने अपनी बेटी कविता की शादी 2018 में कुंअरा गांव के पंकज कुशवाह के साथ की थी। 2021 में कविता ने बेटे दक्ष को जन्म दिया। लेकिन दो साल पहले वह मायके चली गई और नोएडा सिटी में रहकर प्राइवेट नौकरी करने लगी। उसका बेटा दक्ष भी उसी के साथ रहता था।
मृतिका के पति पंकज कुशवाह ने बताया कि एक मार्च को एक रिश्तेदार ने सूचना दी कि उसकी पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जब वह नोएडा जाने के लिए निकला, तो रास्ते में गांव हर्राजपुरा के पास उसकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे वह घायल हो गया और जिला अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
मृतिका के मायके वाले कविता का शव लेकर ससुराल पहुंचे और बेटे दक्ष के नाम संपत्ति में आधे हिस्से की मांग करने लगे। वहीं, मृतिका के ससुर शिव कुमार का कहना था कि उनके दो बेटे पंकज और पिंकू हैं, जो कानपुर में नौकरी करते हैं। उन्होंने कहा कि संपत्ति में एक तिहाई हिस्सा तो दिया जा सकता है, लेकिन आधा हिस्सा देना संभव नहीं है। इस विवाद को लेकर गांव में तनाव बना रहा। दोनों पक्षों में समझौते की कोशिशें जारी हैं, लेकिन स्थिति अभी भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी है।

