जसवंतनगर। क्षेत्र के खटखटा बावा धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन श्रद्धालुओं को तुलसी विवाह एवं श्रीकृष्ण महारास की दिव्य कथा सुनाई गई। कथा वाचिका शास्त्री शिप्रा दीदी ने भावपूर्ण शैली में श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया, जिससे भक्त भगवान के आध्यात्मिक संसार से जुड़ गए।
उन्होंने कहा कि तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक भी है। जो भी इस पावन विवाह में भाग लेता है, उसे वैवाहिक सुख, धन-समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
कथा के दौरान तुलसी विवाह का आयोजन विधि-विधान से संपन्न कराया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भक्ति और भजन संध्या के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
इस अवसर पर यतींद्र भूषण गुप्ता, चंद्र गुप्ता, व्यवस्थापक मोहन गिरी महाराज, पंकज पुरवार, गोपाल गुप्ता, अनुराग गुप्ता व लक्ष्मीकांत चौरसिया सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा के अगले दिन भगवान श्रीकृष्ण की अन्य लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया जाएगा।