चकरनगर: जल-जीवन मिशन के तहत गांवों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नए और टिकाऊ उपाय अपनाए जा रहे हैं। सीमेंट के स्थान पर अब मिश्र धातु की टंकियों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें एल्युमिनियम, जिंक और अन्य धातुओं का प्रयोग किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ये टंकियां सामान्य कंक्रीट टंकियों की अपेक्षा अधिक टिकाऊ और क्षमता में बेहतर होती हैं।
एई जल निगम ग्रामीण, सत्य प्रकाश सिंह ने जानकारी दी कि जिले में कुल 349 पानी की टंकियों का निर्माण किया जाना है, जिनमें से 115 टंकियां मिश्र धातु से बनाई जाएंगी। इनमें से 15 टंकियों का निर्माण अंतिम चरण में है। सिंडॉस गांव में बनाई गई एक मिश्र धातु की टंकी इसका उदाहरण है।
मिश्र धातु की टंकी के निर्माण के लिए पहले 10-12 ढांचे तैयार किए जाते हैं, जिन पर एल्यूमिनियम और अन्य धातु की परत चढ़ाई जाती है। दावा किया गया है कि यह प्रक्रिया केवल दो महीने में पूरी हो जाती है, जिससे निर्माण कार्य तेज और कुशल बनता है।
जल-जीवन मिशन के तहत इस नई तकनीक के इस्तेमाल से गांवों में पानी की आपूर्ति को समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा करने की योजना है। ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि इससे पानी की समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा।