इटावा। महेवा ब्लाक के कई गांवों में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसके कारण किसानों की खरीफ फसल को भारी नुकसान हुआ। हालांकि, इस नुकसान का कोई सर्वे नहीं किया गया और कई किसानों को मुआवजा भी नहीं मिला है।
कुछ गांवों में तो अभी तक किसानों के खेतों में जलभराव के कारण रबी फसल की बुवाई भी नहीं हो पाई है। पिछले बरसात के मौसम में हुई बारिश के चलते कई गांवों में जलभराव हो गया था, जिससे तमाम किसानों की खरीफ फसल, जैसे बाजरा और धान, नष्ट हो गई थी। प्रशासन ने कुछ गांवों में नष्ट हुई फसल का सर्वे कराया था, जिसमें महेवा ब्लाक के करीब 27 गांवों में 14 सौ हेक्टेयर फसल का नुकसान बताया गया था।
लेकिन कई गांवों में सैकड़ों बीघा खेतों में खड़ी फसलें, जिनमें बाजरा, धान और सब्जियां शामिल थीं, प्रभावित हुईं, लेकिन इन गांवों में राजस्व विभाग की टीम ने कोई सर्वे नहीं किया और न ही उन किसानों को मुआवजा दिया गया। किसान परेशान हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं, ताकि वे अपनी नुकसान की भरपाई कर सकें और अगली फसल की तैयारी कर सकें।