महेवा ब्लॉक के डेढ़ हजार से अधिक किसानों की करीब ढाई सौ हेक्टेअर से अधिक फसल का मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है। इस साल धान और बाजरे की फसल को भारी बारिश से नुकसान हुआ था।
महेवा ब्लॉक, भरथना और चकरनगर दोनों तहसीलों में फैला हुआ है। यमुना नदी के किनारे स्थित बीहड़ी क्षेत्र के करीब दो दर्जन से अधिक गांव जो चकरनगर तहसील में आते हैं, भी इस समस्या से जूझ रहे हैं।
राजस्व विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, भरथना तहसील के खरगूपुर, विशुनामई, रतनपुर, सिंगौली, सैदपुर, पृथ्वीरामपुर, पटिया चटोरपुर, इंद्रोंसी, सराय इलाही, इंगुरी, उधन्नपुर, जैतपुर, कुनैठा, व्यासपुर, बकेवर, पिलखना, खितौरा गांवों में 1258 किसानों की करीब 194 हेक्टेअर फसल बर्बाद हुई है। इसी तरह, चकरनगर तहसील के बहादुरपुर, चिंडोली, अंदावा, मड़ैया मल्लाहन सहित अन्य दस गांवों में करीब तीन सौ किसानों की पचास हेक्टेअर फसल को नुकसान पहुंचा है।
बारिश से हुए नुकसान के बाद से किसान मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। फसल बर्बाद होने से उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। किसानों का कहना है कि उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए ताकि वे अपनी खेती को फिर से शुरू कर सकें।