जिले के भरथना में एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बाद पीड़िता ने डीएम से लेकर आईजीआरएस तक शिकायत की। पीड़िता की शिकायत पर डीएम के आदेश पर डिप्टी सीएमओ ने शुक्रवार को भरथना स्थित एक क्लीनिक पर छापेमारी की, जहां उन्होंने देखा कि क्लीनिक पर पंजीकरण किसी और के नाम पर था, जबकि वहां किसी और व्यक्ति द्वारा इलाज किया जा रहा था।
डिप्टी सीएमओ डॉ. सतेंद्र राजपूत ने डॉ. ब्रजेश क्लिनिक पर जब जांच की, तो पाया कि यहां डॉ.ब्रजेश के स्थान पर एक व्यक्ति सत्येंद्र इलाज कर रहा था। सत्येंद्र से पूछताछ की गई, लेकिन उसने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। इसके बाद डिप्टी सीएमओ ने क्लीनिक को सील कर दिया और विभागीय कार्रवाई करने की घोषणा की।
यह मामला मोहल्ला राजागंज निवासी दिव्या पोरवाल की शिकायत पर सामने आया, जिसमें उसने बताया कि तीन सितंबर को उसके पति उमेश पोरवाल को अचानक तेज पेट दर्द हुआ। दिव्या अपने पति को डॉ. ब्रजेश के क्लीनिक लेकर गई, जहां सत्येंद्र नामक व्यक्ति ने गैस के दर्द का इलाज बताते हुए एक इंजेक्शन दिया। घर लौटने के बाद, उमेश की स्थिति और खराब हो गई और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई।
पीड़िता ने झोलाछाप डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पति की मौत का कारण गलत इलाज है और उसने डीएम और आईजीआरएस पर शिकायत की। इस मामले में डिप्टी सीएमओ की कार्रवाई के बाद अब विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

