ऊसराहार – राममंदिर निर्माण के शुभारंभ पर हर गांव के मंदिर पर रामायण सुंदर कांड पाठ, और हर घर के बाहर दीपक जलाकर 5 सौ वर्षों बाद मिली इस खुशी में शामिल होकर अपने जीवन को धन्य बनाऐं, भगवान राम राष्ट्र पुरुष हैं। समूची मानवता के पथ प्रदर्शक हैं। अयोध्या पुरी में त्रेतायुग के समान दीपोत्सव में सरयू महाआरती का दिव्य भव्य आयोजन सरयू तट पर होगा। यह बात नगला बंधा में आयोजित भागवत कथा में शामिल होने आए सरयू महाआरती के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास ने कही।
ऊसराहार क्षेत्र के ग्राम नगला बंधा में आयोजित भागवत कथा में कथा व्यास मनोज अवस्थी महाराज ने कहा भागवत की कथा गूढ़ रहस्यों से भरी है यह साक्षात भगवान का अक्षर विग्रह है। भागवत कथा का स्वरूप वर्तमान में मात्र मनोरंजन के लिए आयोजित करने और कराने वालों ने विद्रुप कर दिया है। मृत्यु के भय को समाप्त करने वाली श्री कृष्ण जी के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए प्रेरित करने वाली है। इस धार्मिक अनुष्ठान के सातवें एवं अंतिम दिन भगवान श्री कृष्ण के सर्वोपरी लीला श्री रास लीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसबध, कुबजा उद्धार, रुक्मणी विवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया। कार्यक्रम में सरयू महाआरती के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास का स्वागत कथा आयोजक राजन सिंह यादव शिवम यादव ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आसपास के भक्तों ने कथा का रसपान किया।