इटावा पुलिस ने गुरुवार देर रात मुठभेड़ के दौरान लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बचता आ रहा हिस्ट्रीशीटर शिवम उर्फ चिलम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी जेबकतरी और टप्पेबाजी की कई घटनाओं में सक्रिय था और पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। गिरफ्तार बदमाश की पहचान कोकपुरा निवासी शिवम उर्फ चिलम पुत्र धर्मेश के रूप में हुई है।

पुलिस की एसओजी, सर्विलांस टीम और थाना बढ़पुरा पुलिस रात में गश्त पर थी, तभी सूचना मिली कि यमुना तिराहा से सुनवारा रोड की ओर दो संदिग्ध युवक किसी वारदात की फिराक में खड़े हैं। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम को देखकर दोनों संदिग्ध भागने लगे और पुलिस पर गोली चला दी।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक गोली शिवम के बाएं पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा, जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। घायल आरोपी को पुलिस ने कब्जे में लेकर इलाज के लिए भेजा।

तलाशी के दौरान पुलिस ने एक तमंचा, कारतूस और 8,000 रुपये बरामद किए। पूछताछ में शिवम ने स्वीकार किया कि 6 सितंबर 2025 को उसने एक ऑटो में बैठे व्यक्ति की जेब काटकर 85,000 रुपये चोरी किए थे। बरामद रकम उसी चोरी की बची हुई राशि है, बाकी वह खर्च कर चुका है। इस प्रकरण में बढ़पुरा थाने में पहले से मुकदमा दर्ज है।

जसवंतनगर सीओ आयुषी सिंह ने बताया कि शिवम उर्फ चिलम बेहद शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ करीब 13 मुकदमे दर्ज हैं और वह कई थानों का हिस्ट्रीशीटर है। मुठभेड़ के बाद बढ़पुरा थाने में आरोपी पर आर्म्स एक्ट सहित दो नए मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जबकि पुराने केस में भी धाराएं बढ़ाई गई हैं।
सीओ ने कहा कि पुलिस टीम ने समय रहते कार्रवाई कर एक सक्रिय अपराधी को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।

