आई.एम.ए. हॉल, इटावा में दशम आयुर्वेद दिवस एवं संगोष्ठी के अवसर पर भव्य स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सदर विधायक सरिता भौरिया ने फीता काटकर किया।
इस वर्ष आयुर्वेद दिवस की थीम “आयुर्वेद जन-जन के लिए, आयुर्वेद पृथ्वी के लिए” रखी गई, जो व्यक्तिगत स्वास्थ्य, वैश्विक कल्याण, पारिस्थितिक संतुलन और सतत विकास पर बल देती है।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि आयुर्वेद न केवल रोगों के उपचार का माध्यम है बल्कि यह जीवनशैली और पर्यावरण संरक्षण से भी सीधा जुड़ा हुआ है। 10वें आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति तक आयुर्वेद को पहुँचाना और वैश्विक स्वास्थ्य में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना है।
मुख्य अतिथि सरिता भौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि—
“आयुर्वेद भारत की प्राचीन धरोहर है, जिसे जन-जन तक पहुँचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। मैं सभी चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और नीति-निर्माताओं से आग्रह करती हूँ कि इस राष्ट्रीय अभियान में सक्रिय भागीदारी कर समाज और पृथ्वी के कल्याण में योगदान दें।”