बुढ़वा मंगल के पावन पर्व पर नगर व क्षेत्र के समस्त हनुमान मंदिरों में सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठानों का शुभारंभ हुआ। भोर होते ही पवनसुत वीर हनुमान का मंगल स्नान, सिन्दूर श्रृंगार, पूजन-अर्चन, हवन और भोग प्रसाद अर्पण का क्रम शुरू हुआ। दर्शन और पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे सम्पूर्ण नगर हनुमान भक्ति में सराबोर दिखाई दिया।
इसी क्रम में कस्बा के विधूना रोड स्थित शक्तिपीठ श्री बालरूप हनुमान जी महाराज हनुमान गढ़ी (छोला मंदिर) में चल रहे 44वें मंगल महोत्सव के दौरान भोर से ही सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे। शुभ मुहूर्त में भक्तों ने अपने हाथों से बालरूप हनुमान जी को सिन्दूर का चोला चढ़ाया। आचार्य राहुल दीक्षित के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आकर्षक श्रृंगार, पूजन-अर्चन और आरती सम्पन्न हुई। श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ किया। इस अवसर पर राजीव पोरवाल व सुनील शारदा द्वारा 56 भोग अर्पित किए गए।
इसी तरह श्री महावीर जी महाराज मोती मंदिर मेला समिति (लंगूर की मठिया) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय मंगल महोत्सव के तहत आकर्षक साज-सज्जायुक्त मंदिर प्रांगण में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन कर भोग प्रसाद अर्पित किया। समिति अध्यक्ष डॉ. राज नारायण यादव, मंत्री मदन कुमार, कोषाध्यक्ष अमित कुशवाहा सहित पदाधिकारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इसके अलावा कस्बा के स्टेशन रोड स्थित नरसिंह मंदिर प्रांगण में भी सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही। घंटा-शंख की धुनों और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजन-अर्चन सम्पन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने बजरंगबली के जयकारों के साथ सर्वकल्याण की कामना की। वहीं नगर के अन्य प्रमुख हनुमान मंदिरों—पागल बाबा मंदिर, दाऊजी मंदिर, होमगंज भोलेकुटी, महावीर नगर स्थित बड़े हनुमान मंदिर, मिडिल स्कूल हनुमान मंदिर, माता लौंगश्री मंदिर, दुर्गाधाम और रेलवे स्टेशन परिसर में स्थापित हनुमान प्रतिमा—में भी भोर से ही पूजन-अर्चन और भोग प्रसाद का क्रम निरंतर जारी रहा।