किसान और गरीब विरोधी बजट के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राष्ट्रीय आह्वान पर भरथना में जोरदार प्रदर्शन किया गया। माकपा कार्यकर्ताओं ने बजट की प्रतियों को जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव मंडल के सदस्य कामरेड अनिल दीक्षित ने कहा कि यह बजट पूरी तरह से किसान, युवा, छात्र, और महिलाओं के खिलाफ है और पूंजीपतियों को फायदा पहुँचाने की साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), खाद पर सब्सिडी और फसल बीमा जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है, जिससे किसानों की समस्याएं और गहरी होंगी।
कामरेड रामप्रकाश पोरवाल ने महिलाओं और छात्रों के प्रति बजट में दिखाई गई अनदेखी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह बजट मध्यम वर्ग को भ्रमित करने वाला है और देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को सीमित करता है। उन्होंने मनरेगा योजना के बजट में कटौती को भी ग्रामीण बेरोजगारी बढ़ाने वाला कदम बताया।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने लौंगश्री तिराहे पर नारेबाजी की और केंद्र सरकार के बजट की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर पूंजीपतियों के हितों को प्राथमिकता देने और आम जनता की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
इस विरोध प्रदर्शन में इतवारी लाल, सुरेश सिंह यादव, आपेन्द्र कुमार प्रधान, रामप्रकाश, बाबू सिंह, पिंटू यादव, और बिल्लू केशरी सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और बजट के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।

