भरथना (रिपोर्ट- तनुज श्रीवास्तव, 9720063658)- ‘‘तलवार से खंजर से न बातों से मारिये, अगर मारना किसी को निगाहों से मारिये‘‘ प्रेम की ओर ध्यान आकृष्ट कराने वाली श्रृंगार की पंक्तियां सुनकर उपस्थित साहित्यप्रेमियों ने तालियों की गडगडाहट के साथ समूचा सदन गुंजायमान कर दिया।

रविवार को कस्बा के मुहल्ला सरोजनी रोड स्थित जय वाटिका में सद्भावना साहित्य परिषद भरथना के तत्वाधान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ बतौर अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार गुप्ता, पूर्व चैयरमैन नीता पोरवाल, एड0 रामपाल सिंह राठौर ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करके किया। तदुपरान्त पूजा मिश्रा ने सरस्वती वन्दना पढकर कवि सम्मेलन को गति प्रदान की। वहीं डा0 पूनम चौहान ने श्रृंगार से सरावोर ‘‘बातें हैं किसी और से दिल मेें है कोई और, प्रीति की नई रीति ले आया है नया दौर व तलवार से खंजर से न बातों से मारिये, अगर मारना किसी को निगाहों से मारिये‘‘ पंक्तियां पढकर खूब वाहवाही लूटी तथा हरनाथ सिंह चौहान ने नारी सम्मान पर अपनी कविता सुनाई। साथ ही लवलेश यदुवंशी ने ‘‘अयोध्या में बना मन्दिर‘‘ पढकर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम को नमन किया। के0के0 अग्निहोत्री ने कसम खाने वालों की संख्या बढ जायेगी व कुमार सूरज ने सब सलामत रहे ये दुआ कीजिये पढकर तालियां बटोरी। साथ ही नीरज पाण्डेय, डा0 एस0के0 श्याम, पूजा मिश्रा ने भी अपनी-अपनी पंक्तियों से साहित्यिक यात्रा करवायी। इस दौरान अरविन्द पोरवाल, रामशंकर वर्मा, शिवपाल सिंह चौहान, रघुराज सिंह कुशवाह, रामनरेश पोरवाल, अनिल श्रीवास्तव, कृष्णपाल सिंह राठौर, श्रीकृष्ण पोरवाल, ब्रहमप्रकाश श्रीवास्तव, महेश मंगल, मनोज सक्सेना, सुभाष श्रीवास्तव, शिवकुमार सक्सेना, देवेन्द्र यादव, असित पाल, विकास श्रीवास्तव, राजेन्द्र शुक्ला सहित सैकडों साहित्यप्रेमियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

