इटावा: भीषण सर्दी में कठिन साधना करने वाले जैन संत गणाचार्य आचार्य विराग सागर महाराज के परम शिष्य मेडिटेशन मुनि विहसंत सागर महाराज ससंघ का मैनपुरी से पद विहार करते हुए कुनैरा में भव्य स्वागत किया गया। मुनि श्री के साथ गाजे-बाजे के साथ नगर के लिए मंगल बिहार किया गया। श्रद्धालुओं ने मुनि श्री के चरणों का स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और आरती उतारी।
मुनि श्री विहसंत सागर महाराज का इटावा में तीन दिवसीय प्रवास रहेगा। इस दौरान वे स्थानीय जैन समाज के लोगों से मिलेंगे और धार्मिक आयोजन में भाग लेंगे। 23 दिसंबर को प्रातःकाल मुनि श्री भिंड (मध्य प्रदेश) में प्रवेश करेंगे। 24 दिसंबर को दोपहर 2 बजे भिंड से महातीर्थ बरासो जी के लिए प्रस्थान करेंगे।25 दिसंबर को महातीर्थ बरासो जी में प्रवेश करेंगे।
मुनि श्री के आगमन से इटावा में धार्मिक उत्साह का माहौल है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मुनि श्री के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि धर्म और आध्यात्मिकता का लोगों के जीवन में कितना महत्व है। मुनि श्री के आगमन से लोगों को धार्मिक शिक्षा और प्रेरणा मिलती है।