भरथना (रिपोर्ट- तनुज श्रीवास्तव, 9720063658)- विभिन्न समाजसेवियों की स्मृति में उ0प्र0 हिन्दी प्रेरणा संस्थान भरथना के तत्वाधान में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह के दौरान कवियों ने अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से साहित्यप्रेमियों को काव्य यात्रा करवायी। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आधा दर्जन से अधिक विभूतियों को सम्मानित किया गया।
रविवार को कस्बा के जवाहर रोड स्थित अवध गार्डन में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का शुभारम्भ माँ सरस्वती व दिवंगत समाजसेवियों के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करके किया गया। तदुपरान्त कवियत्री भूमिका जैन ने सरस्वती वन्दना पढकर ज्ञान की देवी का आवाहन करते हुए कवि सम्मेलन को गति प्रदान की। तदुपरान्त साबिर इटावी ने सब कुछ चला गया तेरी माँ के इलाज में, बेटी बता दहेज तेरा कैसे लाऊँ मैं पढकर विपरीत आर्थिक परिस्थितियों की तरफ ध्यान मोडा। प्रदीप पंचम ने मेरी ताकत मेरी कलम के खरीददार बहुत आये व अखिलेश द्विवेदी ने हम अपना दर्द बांटें या न बांटें पर हंसी बांटें पढी। वहीं गजलकार अशोक यादव ने मैंने कभी ईमान का सौदा नहीं किया तथा राधेश्याम भारती ने दो-दो बेटों की महतारी, अन्त समय में बाँझ हो गई पढकर वर्तमान में बिगडती पारिवारिक स्थितियों से रूबरू कराया। साथ ही गीतकार चन्दन राय ने मैंने कदमों पे दिल बिछाया है, चल के जा औ कुचल के न जाओ पढकर तालियां बटोरीं।
वहीं संस्थान के पदाधिकारियों अध्यक्ष अशोक यादव, संयोजक अनिल दीक्षित, सुधा पाण्डेय, मनोज यादव बण्टी, संजय दीक्षित अक्कू ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कवि साबिर इटावी, पत्रकार गौरव डुडेजा, शिक्षक अशोक भदौरिया, खिलाडी अजीत सिंह, गजराज सिंह यादव, अतिवीर सिंह यादव, आशीष पटेल सहित आगन्तुक कवियों का माल्यार्पण, अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह्र भेंटकर स्वागत सम्मान किया। कवि सम्मेलन के दौरान पूर्व मंत्री श्रीकृष्ण यादव, चैयरमैन अजय कुमार यादव गुल्लू, डा0 रामप्रकाश यादव, सार्थक यादव छोटू, ओमप्रकाश प्रजापति, लालाराम शाक्य, कायम सिंह यादव, आदित्य यादव, पवन यादव, गुरू नारायण कठेरिया, नीरज यादव, डा0 सतेन्द्र यादव, रोहित भंसाली, मोहित यादव, आपेन्द्र यादव सहित सैकडों साहित्य प्रेमियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

