चकरनगर। तहसील क्षेत्र के लोग इस बार यमुना नदी पर हर साल बनने वाले अस्थाई पेंटून पुल के बिना परेशान हो गए हैं। पीडब्ल्यूडी और सेंचुरी के बीच पेच की वजह से यह पुल अब तक नहीं बन सका है, जबकि यह पुल हर वर्ष 15 अक्टूबर तक बनकर तैयार कर दिया जाता है।
पुल का न बन पाना करीब पचास गांवों के लगभग एक लाख लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। आमतौर पर इस पुल के जरिए लोग सिर्फ 10 किलोमीटर की दूरी तय करते थे, लेकिन अब उन्हें 30 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। यह पेंटून पुल हर वर्ष बरसात के मौसम में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण 15 जून को हटा लिया जाता है। फिर, 15 अक्टूबर तक इसे फिर से बनाकर लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया जाता है। इस बार नवंबर महीने का एक हिस्सा भी बीत चुका है, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण पुल नहीं बन पाया है।
पुल न बनने के कारण आसपास के गांवों के लोग खासकर किसानों और विद्यार्थियों को बड़ी कठिनाई हो रही है। उन्हें जरूरी कामों के लिए कई किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ रहा है, जिससे समय और ऊर्जा की बर्बादी हो रही है। स्थानीय लोगों ने विभाग की इस लापरवाही को लेकर विरोध जताया है और जल्द से जल्द पुल बनाने की मांग की है, ताकि उनके रोजमर्रा के काम बिना किसी परेशानी के पूरे हो सकें।