चकरनगर। बीहड़ क्षेत्र की सड़कों पर यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए ऑटो चालक मानक से चार गुना अधिक सवारियां लेकर दौड़ा रहे हैं। इन ओवरलोड ऑटो की वजह से दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। दो माह पहले सहसों क्षेत्र के नदा मार्ग पर एक ओवरलोड ऑटो के पलटने से 12 श्रद्धालु घायल हो गए थे।
इस दुर्घटना के बाद प्रशासन ने कुछ दिनों तक सख्ती दिखाई, लेकिन फिर से स्थिति जस की तस हो गई है। कस्बे के मार्गों पर ऑटो 10 से 12 सवारियों को बैठाकर दौड़ रहे हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। क्षेत्र के लखना-सिन्डौम, फूप-चौरेला, हनुमतपुरा-विठोली उदी भरेह कमार्ग पर सुबह से शाम तक अनगिनत ऑटो दौड़ते रहते हैं। इन ऑटो में अक्सर पीछे की ओर छोटा जल (जाल) लगाया जाता है, जिस पर सवारियां बैठाई जाती हैं। यह जाल इतना मजबूत नहीं होता, फिर भी लोग इस पर तीन से चार की संख्या में बैठकर यात्रा करते हैं।
तीन वर्ष पहले लखना-सिंडीस मार्ग पर हुए एक हादसे में छह लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा, तीन माह पूर्व नदा मार्ग पर भी एक ऑटो पलटने से 12 लोग घायल हो गए थे। इस स्थिति को लेकर क्षेत्रीय लोग और यात्री प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि इन खतरनाक ऑटो चालकों को रोका जा सके और भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके।