ताखा: ब्लॉक क्षेत्र के गांव पुरैला में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव के हालात इस कदर खराब हैं कि लगभग हर घर में कोई न कोई बीमार पड़ा है। अब तक पांच मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है, जबकि 10 से 12 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गंदगी और बदहाल जल निकासी व्यवस्था के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। सड़कों और गलियों में जलभराव के कारण मच्छर पनप रहे हैं, जिससे लोग डेंगू जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
गांव के निवासी सर्वेश दिवाकर, ब्रजेश यादव और उनकी पत्नी, मदनलाल, आरती देवी और उनके पति बबलू प्रजापति की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ये सभी प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं और इलाज करा रहे हैं। वहीं, सर्वेश दिवाकर की बेटियां पूनम और काजल भी बुखार से पीड़ित हैं। गांव के लोगों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जल निकासी की समस्या को बार-बार उठाने के बावजूद इसे नजरअंदाज किया गया। पुरैला और राजापुर गांव के बीच सड़क पर पानी की टंकी के पास पिछले चार महीनों से जलभराव है, जिससे सड़क तालाब बन चुकी है।
ग्राम प्रधान दलक का कहना है कि जल निकासी के लिए नाली बनाने का प्रयास किया गया था, लेकिन आसपास के किसानों के विरोध के कारण काम अधूरा रह गया। समस्या की शिकायत भी की गई है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
वहीं, बाबा भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड में 26 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल में हर दिन एलाइजा जांच के दौरान डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। सभी मरीजों का विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज चल रहा है। गांववासी प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि जल निकासी की समस्या को जल्द हल किया जाए और गांव में स्वच्छता अभियान चलाया जाए, ताकि डेंगू के प्रकोप से राहत मिल सके।