इटावा। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का मंदिर बनाने वाले उनके भक्त रौली यादव ने अब सपा प्रत्याशी तेजप्रताप यादव के खिलाफ करहल विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने का एलान किया है। उनको आजाद अधिकार सेना ने प्रत्याशी बनाया है। यह वही मुलायम भक्त सतेन्द्र कुमार रौली यादव हैं, जो सन 2010 में करहल में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का देश में पहला मंदिर बनाने के बाद देश भर में सुर्खियां में छा गए थे।
अब वह चर्चित आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पार्टी आजाद अधिकार सेना से नेताजी के पौत्र सपा प्रत्याशी तेजप्रताप यादव के खिलाफ करहल विधानसभा से उपचुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने सपा में 10 वर्ष से भी ज्यादा रहकर पार्टी में रहकर कार्य किया है। वह समाजवादी छात्र सभा के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके साथ ही सपा प्रत्याशी तेजप्रताप यादव के पिता उनको राजनीति में लाए थे।
वह उनके नाम से रणवीर सिंह यूथ बिग्रेड भी चलाते थे। वह लोकसभा उपचुनाव-2022 में भी इसी पार्टी से मैनपुरी की सांसद डिम्पल यादव के खिलाफ प्रत्याशी थे। लेकिन वह चुनाव में पर्चा नहीं भर पाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा के आतंक की बजह से अपना नामांकन नहीं कर पाए थे। यह मामला भी खूब उठा था। उन्होंने बताया कि अबकी बार ऐसा नहीं होगा। मैं पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूँ। यह नरसिंह यादव के पौत्र हैं। जिनके नाम से करहल में नरसिंह यादव इंटर कॉलेज संचालित है। अभी कुछ दिन पूर्व राष्ट्रीय महासचिव नूतन ठाकुर ने उनके चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।