इटावा। लालपुरा स्थित श्री नीलकंठ मंदिर पर रविवार से श्री राम कथा का शुभारंभ करते हुए सिद्ध पीठ श्री पिलुआ हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर एवं मानस मर्मज्ञ महंत हरभजन दास महाराज ने कहा कि भगवान शंकर को परम प्रिय श्री राम कथा सभी का हित करने वाली है, और श्रावण मास में तो राम कथा सुनने से शिव और राम दोनों की विशेष कृपा मिलती है।
प्रथम दिन की कथा में उन्होंने आगे कहा कि इटावा वासियों का परम सौभाग्य है कि श्रावण का महीना, श्री नीलकंठ महाराज का सानिध्य और राम कथा सुनने का परम सुखद संयोग, बहुत विरले भाग्यशालियों को ही मिलता है। राम का नाम और राम कथा स्वयं भगवान शंकर को सबसे प्रिय है। गोस्वामी जी भी लिखते हैं, “तुम पुनि राम राम दिन राती। सादर जपहु अनंग अराती”। और , “ताते राम चरित मानस बर। धरेहु नाम हिय हेरि हरष हर”। इसलिए यह राम कथा पतित पावनी गंगा के समान सारे जगत का हित करने वाली है। यथा, “सुर सरि सम सब कहं हित होई”। भगवान शंकर का नाम नीलकंठ कैसे पड़ा, उन्होंने देवासुर संग्राम की पूरी कथा सुनाई और कहा कि भोलेनाथ जैसा जीवमात्र का कल्याणकारी कौन होगा, जिन्होंने पूरी सृष्टि को बचाने के लिए समुद्र मंथन से निकला कालकूट विष स्वयं पी लिया।
कथा के मंगलाचरण से पूर्व नीलकंठ मंदिर समिति की ओर से अध्यक्ष राजेश कुमार वाजपेई, महामंत्री राजीव कुमार मिश्रा, कोषाध्यक्ष केके द्विवेदी, लाल दिग्दर्शन सिंह,आनंद द्विवेदी तथा आज के यजमान श्याम किशोर गुप्ता ने व्यास गद्दी एवं व्यास आचार्य महंत हरभजन दास महाराज माल्यार्पण कर पूजन किया।इस मौके आरती हुई और प्रसाद वितरण किया गया।