नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की स्टेयरिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक एडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में डीओ राजेश द्विवेदी ने विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी कमेटी के सदस्यों को प्रदान की।
राजेश द्विवेदी ने बताया कि फेरी वाले व्यापारियों के लिए निःशुल्क खाद्य लाइसेंस बनाए जा रहे हैं तथा सभी के लिए लाइसेंस बनवाना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि हलवाई तली हुई चीजों में तेल का बार-बार उपयोग न करें, क्योंकि यह हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।
बैठक के दौरान मंडी समिति के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि स्टीकर लगे फल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, ऐसे में इस प्रकार के फल बेचने वाले व्यापारियों को नोटिस जारी किए जाएं। कमेटी सदस्यों ने जिम व ब्यूटी पार्लर में उपयोग होने वाले स्टेरॉयड की जांच कराने की भी मांग की।
सरकारी वकील शिवकुमार दुबे ने बांट-माप विभाग तथा औषधि विभाग में लंबित मामलों के निस्तारण हेतु उन्हें लोक अदालत में भेजने की सलाह दी।
बैठक में वरिष्ठ चिकित्सक एवं पूर्व सीएमओ डॉ. बी.के. गुप्ता, व्यापारी नेता शहंशाह वारसी, आलोक दीक्षित, मनु गुप्ता, नवीन मैहरोता, ताहा शालीमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।

