UPUMS सैफई ने बाल रोग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. मुनीबा अलीम की उल्लेखनीय उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई दी है। डॉ. अलीम ने 15–16 नवम्बर 2025 को AIIMS बठिंडा में आयोजित PUNPEDICON 2025 में मौखिक प्रस्तुति श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हासिल किया।

उनके पुरस्कृत शोध “Impact of Oromotor Intervention in Transition from Gavage to Oral Feeding in Preterm Neonates” में PIOMI तकनीक के प्रभावी लाभों को प्रस्तुत किया गया है। यह माताओं द्वारा किया जाने वाला कम लागत वाला हस्तक्षेप है, जो समय से पूर्व जन्मे शिशुओं में वजन वृद्धि, कटोरी फीडिंग की शीघ्र शुरुआत और समय पर स्तनपान को बढ़ावा देता है। इस तकनीक से शिशुओं में फीडिंग माइलस्टोन तेजी से प्राप्त होते हैं, NICU से जल्द डिस्चार्ज संभव होता है तथा NICU में भीड़ कम होती है—जो तृतीयक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सम्मेलन में PGI चंडीगढ़, CMC लुधियाना, पंजाब के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों, सर गंगाराम अस्पताल और मेदांता सहित देशभर के विख्यात बाल रोग विशेषज्ञ सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में बाल चिकित्सा के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष चर्चाएँ और प्रारंभिक बाल विकास, एंडोक्राइनोलॉजी, PALS जैसी कार्यशालाएँ आयोजित की गईं।

शोध टीम—प्रो. दिनेश कुमार, डॉ. मुनीबा अलीम, प्रो. दुर्गेश कुमार, डॉ. साक्षी अग्रवाल और अन्य सदस्यों—का यह शोध अंतरराष्ट्रीय, PubMed-सूचीबद्ध जर्नल Breastfeeding Medicine (Mary Ann Liebert Publishers) में प्रकाशन के लिए भी स्वीकार किया गया है।
यह उपलब्धि संस्थान के लिए गर्व का विषय है। UPUMS सैफई ने पूरी टीम को हार्दिक बधाई दी है।

