इटावा के रामलीला मैदान में चल रहे पीताम्बरा महायज्ञ के भंडारे में शनिवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब फूड विभाग की टीम प्रसाद का सैंपल लेने पहुंची। जैसे ही विभाग की अधिकारी गायत्री और मृत्युंजय कुमार रसोई में पहुंचे और प्रसाद का सैंपल लिया, यज्ञ समिति के व्यवस्थापकों ने आपत्ति जताते हुए इसका विरोध शुरू कर दिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
फूड विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं। ऐसे में फूड प्वाइजनिंग की संभावित घटनाओं को रोकने के लिए शासन द्वारा निर्धारित नियमों के तहत सैंपल लेना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य राज्यों में बड़े धार्मिक आयोजनों में फूड प्वाइजनिंग की घटनाएं सामने आने के चलते यह कार्रवाई सतर्कता के तौर पर की गई थी। अधिकारियों ने मौके पर ड्यूटी आदेश की प्रति भी दिखाई, लेकिन मौजूद कुछ लोगों ने उसे फाड़ दिया।
इधर, यज्ञ समिति के व्यवस्थापकों ने आरोप लगाया कि बिना पूर्व सूचना रसोई में प्रवेश कर सैंपल लेना धार्मिक परंपरा का अनादर है। इस कार्रवाई से श्रद्धालुओं में भी नाराज़गी देखी गई।
घटना की जानकारी मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट राजेन्द्र बहादुर, सीओ सिटी अभय नारायण राय, मुख्य खाद्य अधिकारी राजेश द्विवेदी और जिला व्यापार मंडल अध्यक्ष आलोक दीक्षित मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दोनों पक्षों से बात कर स्थिति को नियंत्रित किया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि धार्मिक आयोजनों की गरिमा का सम्मान करते हुए भविष्य में पूर्व सूचना के बाद ही ऐसी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा मानक भी सुनिश्चित रहेंगे।
अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद माहौल शांत हो गया और यज्ञ स्थल पर व्यवस्था सामान्य रूप से बहाल हो गई।

