कर्म क्षेत्र महाविद्यालय में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के द्वितीय दिवस का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम का प्रथम चरण प्रातः 10:30 बजे सरस्वती मंच पर पोस्टर प्रतियोगिता के रूप में संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में कुल 19 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता की थीम “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” पर आकर्षक और सराहनीय पोस्टर बनाए गए।
पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कुमारी डिंपल यादव (बीए तृतीय सेमेस्टर), द्वितीय स्थान कुमारी तन्वी (बीकॉम प्रथम सेमेस्टर) तथा तृतीय स्थान जेब (बीए तृतीय सेमेस्टर) ने प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में प्रो. ओम कुमारी, प्रो. एस.एस. सेंगर और प्रो. आर.एस. यादव शामिल रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) महेंद्र सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पोस्टर मौन रहकर भी अपने संदेश को समाज में प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत करते हैं। प्रतियोगिता के प्रभारी डॉ. अनिल यादव और कार्यक्रम संयोजक एवं शाकुन्तलम् सांस्कृतिक क्लब के प्रो. शिवराज सिंह यादव ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. जी.एस. गुप्ता, डॉ. सुजीत कुमार, डॉ. अजीत कुमार दीक्षित और डॉ. सुशील कुमार उपस्थित रहे।
द्वितीय चरण के अंतर्गत सेमिनार हाल में कार्यक्रम प्रभारी प्रो. पद्मा त्रिपाठी के निर्देशन में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का विषय था “सोशल मीडिया: अभिव्यक्ति का माध्यम अथवा विघटन का कारक।” 14 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया, जिसमें कुछ ने सोशल मीडिया के लाभ प्रस्तुत किए, जबकि अन्य ने इसके समाज पर नकारात्मक प्रभावों के बारे में विचार साझा किए।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र कृषु ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान बीए पंचम सेमेस्टर की छात्रा अंजलि सिंह को मिला, जबकि तृतीय स्थान संयुक्त रूप से एम.ए. प्रथम वर्ष के छात्र प्रतीक दुबे और बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा आर्या अवस्थी को प्रदान किया गया। निर्णायक मंडल की भूमिका प्रो. ओम कुमारी, प्रो. एस.एस. सेंगर और डॉ. सुजीत कुमार ने निभाई।
सांस्कृतिक सप्ताह के प्रभारी शिवराज सिंह यादव ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं और परिणामों की घोषणा की। समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. जी.एस. गुप्ता ने उपस्थित रहकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रेषण प्रो. पद्मा त्रिपाठी द्वारा किया गया।