सर्दियों के मौसम में शहर में लगने वाले तिब्बती बाजार सहित अन्य अस्थायी बाजारों को व्यस्ततम यातायात क्षेत्र में अनुमति न देने की मांग को लेकर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल रेडीमेड एसोसिएशन** का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला से मिला।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एसोसिएशन अध्यक्ष देव गुप्ता एवं जिला अध्यक्ष आलोक दीक्षित ने किया। इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि हर वर्ष सर्दियों में बीएसए दफ्तर के सामने खाली पड़ी सरकारी जमीन पर तिब्बती बाजार और अन्य बाजार लग जाते हैं। यह इलाका अत्यधिक व्यस्त यातायात वाले क्षेत्र में है, जहाँ आसपास स्कूल, घनी आबादी और कस्तूरबा गांधी महिला छात्रावास भी स्थित है। इस कारण यहाँ दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।
व्यापारियों ने बताया कि रामनगर रेलवे फाटक बंद होने से यातायात का दबाव और बढ़ गया है। ऐसे में इन अवैध बाजारों को अनुमति देना न केवल खतरनाक है बल्कि स्थानीय व्यापारियों के हितों के खिलाफ भी है। आरोप लगाया गया कि बाहर से आए व्यापारी सरकारी जमीन पर कब्जा कर व्यापार करते हैं और उनका अधिकांश सामान कर अपवंचना के माध्यम से आता है।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी सुझाव दिया कि यदि इन व्यापारियों को अनुमति देना अनिवार्य हो तो उन्हें केवल नुमाइश मैदान में नुमाइश अवधि के दौरान ही जगह दी जाए।
जिलाधिकारी ने व्यापारियों की मांग को गंभीरता से लेते हुए मामले में सिटी मजिस्ट्रेट को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।