तहसील क्षेत्र के नौगांवा और अंदावा गांव के बीच यमुना नदी पर बनने वाला अस्थाई पैंटून पुल जनवरी महीने के बाद भी नहीं बन पाया है। जबकि सामान्य तौर पर हर साल 15 अक्टूबर तक इस पुल का निर्माण कर लिया जाता है। पुल के निर्माण में देरी होने से स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस अस्थाई पैंटून पुल का निर्माण होने से यमुना पार के 50 से अधिक गांवों के करीब 50,000 लोगों को सीधे लाभ मिलता है। पुल के बनने से ग्रामीणों को तहसील तक पहुंचने के लिए 35 किलोमीटर का रास्ता तय करने की बजाय केवल 10 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है, जिससे उनका समय और मेहनत दोनों बचते हैं।
हर साल इस पुल को बाढ़ के खतरे के चलते बरसात के मौसम में 15 जून तक हटा लिया जाता है, लेकिन पिछले दो साल से विभाग इस पुल के निर्माण में लापरवाही बरत रहा है, जिससे ग्रामीणों को अत्यधिक दिक्कतें हो रही हैं।
इस बार पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा अस्थाई पैंटून पुल के निर्माण में देरी का कारण सेंचुअरी विभाग से अनुमति न मिल पाना बताया जा रहा है। वहीं, सेंचुअरी विभाग का कहना है कि अनुमति में देरी हो रही है, जिसके कारण पुल का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका है।