जसवंतनगर, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत अनाथ और असहाय बच्चों को नियमित आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य जरूरतमंद बच्चों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने कहा, “यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि कोई भी पात्र बच्चा इस योजना के लाभ से वंचित न रह जाए।” वे निलोई गांव के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित मिशन वात्सल्य के अंतर्गत ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक में बोल रहे थे।
बैठक में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत पात्र बच्चों के आवेदन पर विचार किया गया। इसके साथ ही दिव्यांग बच्चों के चयन और उनके भरण-पोषण, माता-पिता या मुख्यकर्ता के जिला कारागार में निरूद्ध परिवार के बच्चों, गंभीर बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चों, तथा दत्तक ग्रहण योजना के तहत निःसंतान दंपत्तियों के चयन पर चर्चा हुई।
फॉस्टर केयर योजना के तहत पोषक माता-पिता (नंद और यशोदा) के चयन और परित्यक्त शिशुओं की देखरेख पर भी विचार किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की पात्र बालिकाओं के आवेदन करने पर भी चर्चा की गई।
बैठक में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और पंचायत सहायकों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और समिति के सदस्य उपस्थित रहे। इनमें आशा देवी, अवनीत कुमारी, अनुराधा, सहायिका मिथलेश देवी, पंचायत सहायक महिमा कुमारी, आशा कार्यकत्री छाया देवी, द्रोपदी देवी, आरती देवी, अनीसा बेगम, अभयराम, विनय कुमार, प्रदीप कुमार, ध्रुव, गुलशन और विकास प्रमुख रूप से शामिल थे। यह पहल उन बच्चों के लिए उम्मीद की किरण है जो कठिन परिस्थितियों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।