लेखपालों ने अपने कार्यों के लिए अतिरिक्त पारिश्रमिक दिए जाने की मांग की है। साथ ही अन्य विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन में लेखपालों ने आरोप लगाया कि उन्हें फसल सर्वेक्षण, चकबंदी, पेंशन सत्यापन जैसे अतिरिक्त कार्य दिए जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए कोई अतिरिक्त पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है।
लेखपालों ने अपने प्रमुख मुद्दों में वेतनमान में वृद्धि, अतिरिक्त कार्य के लिए भत्ता और कार्यस्थल पर सुरक्षा के उचित प्रबंध की मांग की। तहसील अध्यक्ष जहिर खान और मंत्री मनीष दुबे के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने वाला प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे पर सरकार से शीघ्र समाधान की उम्मीद कर रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि लेखपालों का कार्य अत्यधिक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण है, और उनका लगातार मेहनत और समर्पण सरकार के योजनाओं को सफल बनाने में सहायक होता है। लेकिन उन्हें उचित पारिश्रमिक और सुरक्षा की कमी से जूझना पड़ रहा है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अगर सरकार उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं देती है, तो वे आगामी समय में आंदोलन करने पर विचार करेंगे। लेखपालों ने यह भी आशा व्यक्त की कि सरकार उनके मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करेगी और उनके समुचित हक का ध्यान रखा जाएगा।