जसवंतनगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राम जानकी विद्या मंदिर कैस्त में मानव तस्करी, यौन शोषण और नारी सशक्तिकरण पर आधारित जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नायब तहसीलदार नेहा सचान ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे डरें या झिझकें नहीं। उन्होंने बताया कि विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों, जैसे 1091 (महिला हेल्पलाइन) और 112 (आपातकालीन सेवा), पर शिकायत दर्ज कराने से शीघ्र मदद मिल सकती है। उन्होंने शिक्षा को नारी सशक्तिकरण का सबसे प्रभावी साधन बताते हुए छात्राओं को मन लगाकर पढ़ाई करने और इंटरनेट का सदुपयोग करने की सलाह दी।
विशिष्ट अतिथि और सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने बाल विवाह रोकने पर जोर दिया और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की भी विस्तार से चर्चा की, जो कि बाल अधिकारों की सुरक्षा और उनके समुचित विकास के लिए बनाई गई है।
शिविर संयोजक पीएलवी ऋषभ पाठक और कु. नीरज ने मानव तस्करी और यौन शोषण के खतरों पर चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 की नि:शुल्क कानूनी सलाह सेवाओं की जानकारी दी। महिला आरक्षी राधा भारद्वाज ने मिशन शक्ति पर प्रकाश डाला और इस विषय से जुड़े पत्रक भी बांटे।
कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक शिवसागर शुक्ला, प्रधानाचार्य अभिषेक शुक्ला, और विद्यालय के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे। थाने से आरक्षी शुभम पवार ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस जागरूकता शिविर ने छात्राओं और उपस्थित लोगों को सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तिकरण के महत्व को समझाने में अहम भूमिका निभाई।