चकरनगर: चंबल क्षेत्र की सेंचुरी में हाल ही में हुई जलीय जीवों की गणना में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। गणना में पाया गया है कि चंबल सेंचुरी में जलीय जीवों के साथ-साथ विदेशी पक्षियों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सेंचुरी के अधिकारियों के अनुसार, पहली गणना में मगरमच्छ, घड़ियाल और डॉल्फिन जैसी प्रजातियों की संख्या में इजाफा पाया गया है। यह गणना मौरंग सेंटर से पंचनद संगम तक लगभग 60 किलोमीटर के क्षेत्र में की गई थी। इस कार्य के लिए चार टीमों का गठन किया गया था। टीमों ने रविवार देर शाम तक पहले चरण की गणना पूरी की।
राष्ट्रीय चंबल वन क्षेत्र में जलीय जीवों के अलावा कछुए भी बहुतायत में पाए जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पंचनद क्षेत्र जैव विविधता का एक अनूठा केंद्र है, जहां यमुना, चंबल, सिंध, पाहूज और क्वारी नदियां मिलती हैं। यह क्षेत्र प्रवासी पक्षियों और जलीय जीवों के लिए एक सुरक्षित आवास बन गया है। नदी में मौजूद सभी संरक्षित जलीय जीवों की संख्या में लगभग 10 प्रतिशत का इजाफा बताया गया है, जिसमें विदेशी पक्षियों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है।
सेंचुरी रेंजर कोटेश त्यागी ने बताया कि मौसम में गर्माहट आते ही जलीय जीव पानी से निकलकर नदी के तट पर अठखेलियां करते देखे जा सकते हैं। ऐसे में अनुकूल मौसम को देखते हुए जलीय जीवों की गणना कराई गई है। यह एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है कि चंबल सेंचुरी में जैव विविधता बढ़ रही है। यह संरक्षण के प्रयासों की सफलता का प्रमाण है।