चकरनगर बिना पंजीकरण के सालों से संचालित हो रहे एक क्लीनिक पर डिप्टी सीएमओ यतेंद्र राजपूत ने औचक छापेमारी की। छापेमारी के दौरान झोलाछाप के यहां इंजेक्शन, दवाएं, पैथोलॉजी, एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिली, लेकिन कोई चिकित्सक या रेडियोलॉजिस्ट मौजूद नहीं था। जब कागजात मांगे गए, तो संचालक कोई पत्र प्रस्तुत नहीं कर सका।
ब्लॉक चकरनगर निवासी अमानीशरण त्रिपाठी ने सात दिसंबर को जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक नर्सिंग होम बिना पंजीकरण के संचालित हो रहा है। इस संबंध में उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी। डीएम अवनीश ने सीएमओ को जांच करवाकर कार्रवाई के निर्देश दिए।
डिप्टी सीएमओ ने जब जांच की, तो नर्सिंग होम बिना पंजीकरण के संचालित पाया गया। यहां मरीजों को अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे समेत कई जांचें की जा रही थीं, जबकि न तो कोई चिकित्सक मिला और न ही रेडियोलॉजिस्ट। पूछताछ पर संचालक हनुमंत सिंह कोई उत्तर नहीं दे सका, जिसके चलते नर्स होम को सील कर दिया गया।डिप्टी सीएमओ यतेंद्र राजपूत ने नर्सिंग होम को सील करते हुए निर्देश दिए कि अगर इसे दोबारा संचालित किया गया, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस छापेमारी से प्रशासन की सख्ती और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता लाने का प्रयास स्पष्ट होता है। जनता से भी अपील की गई है कि वे ऐसे अवैध नर्सिंग होम और क्लीनिक की जानकारी प्रशासन को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके। इस प्रकार, बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे नर्सिंग होम पर की गई कार्रवाई ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।