गींजा। छह साल पहले मारपीट में घायल हुई युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और स्थिति को शांत किया। गींजा गांव निवासी शिवराम ने बताया कि 13 जून 2019 की रात गांव के आमिर, अखिलेश, प्रेमी और विकास ने छत के रास्ते उनके घर में घुसकर गाली-गलौज करते हुए हमला किया था। इस घटना में शिवराम और उनकी बेटी राधिका (20) के सिर में गंभीर चोटें आई थीं। मामले की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी, और यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है।
चार दिन पहले राधिका की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया और शव गांव लाकर विरोध प्रदर्शन किया।
सूचना पर सीओ पहुप सिंह और प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों को समझाकर स्थिति संभाली और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।