भरथना (रिपोर्ट- तनुज श्रीवास्तव, 9720063658)- ‘‘नन्द घर आनन्द भयौ, जय कन्हैया लाल की‘‘ समधुर संगीतमयी ध्वनियों के बीच भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही मौजूद महिलाओं ने बधाईयां डाल नृत्य करके अपने आराध्य के बाल स्वरूप के दर्शन किये और सर्वकल्याण की कामना की।
कस्बा के मुहल्ला सिन्धी कालोनी स्थित सिन्धी धर्मशाला में चल रही श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दौरान सरस कथावाचक आचार्य विद्यानन्द तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की लीला का बडा ही मार्मिक वर्णन किया। जिसे सुनकर मौजूद श्रद्धालु महिला-पुरूष भावविभोर हो गये। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि जब-जब धरती पर पाप बढता है और धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। इसी प्रसंग के क्रम में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के समय समूचा पाण्डाल ‘‘नन्द घर आनन्द भयौ, जय कन्हैया लाल की‘‘, ‘‘प्रकट भये नन्दलाला‘‘ की समधुर ध्वनियों के बीच गुंजित हो गया। मौजूद श्रद्धालु महिला-युवतियों ने अपने आराध्य के जन्म उत्सव के समय मनमोहक स्वरूप में सजे उनके बालरूप के दर्शन कर बधाईयां डालकर नृत्य किया। साथ ही कथा के अन्य प्रसंगों का भी रसपान कराया गया। तदुपरान्त नन्हें-मुन्हें बच्चों को प्रसाद स्वरूप फल, मेवा, बिस्कुट, टॉफी, खेल-खिलौने आदि वितरित किये गये। भागवत कथा के दौरान आयोजक रामवती तिवारी, अश्वनी तिवारी, दिव्यनारायण तिवारी मनी, अजय श्रीवास्तव, वीरेन्द्र यादव, किशन श्रीवास्तव, सीपू त्रिपाठी, टिंकल यादव, शिवांग तिमोरी, भानु दुबे, आशीष यादव आदि लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।