Saturday, December 27, 2025

इटावा का शक्ति-पीठ है काली वाहन मंदिर, जहाँ माँ के तीनों रूप एक साथ विराजमान हैं

Share This

इटावा की पवित्र धरा पर यमुना के तट के समीप स्थित काली वाहन मंदिर माँ की अद्भुत शक्ति का ऐसा धाम है जहाँ पहुँचकर हर भक्त का हृदय भक्ति से सराबोर हो जाता है। यहाँ की हर हवा की लहर, हर ध्वनि, हर आहट मानो माँ की उपस्थिति का आभास कराती है। यह मंदिर स्थानीय जनश्रुतियों में काली भवन नाम से प्रसिद्ध है और इसे शक्ति पूजा का प्राचीन स्वरूप माना जाता है।

मंदिर में माँ के तीन स्वरूप महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती एक ही शिलापट्ट पर विराजमान हैं। यह त्रिदेवी स्वरूप शक्ति के तीनों आयामों का प्रतीक है। महाकाली संहार और साहस की अधिष्ठात्री हैं, महालक्ष्मी ऐश्वर्य और सम्पन्नता देती हैं, वहीं महासरस्वती ज्ञान और विद्या का वरदान प्रदान करती हैं। भक्त मानते हैं कि इन तीनों देवियों की कृपा से जीवन पूर्ण, संतुलित और सफल बनता है।

किवदंतियों के मुताबिक जब भगवान भोलेनाथ सती का शव कंधे पर रखकर तांडव कर रहे थे, तब ब्रह्मांड को बचाने हेतु भगवान विष्णु ने अपना सुदर्शन चक्र चलाया और सती के अंग-प्रत्यंग पृथ्वी पर बिखर गए। कहा जाता है कि सती की बाँह इसी स्थान पर गिरी थी, इसी कारण यह स्थल शक्ति का पावन पीठ बना। भक्त इस कथा को सुनकर श्रद्धा से भर उठते हैं और मानते हैं कि यहाँ माँ की उपस्थिति आदि काल से है।

जनश्रुति यह भी कहती है कि महाभारत काल में इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। उसी समय से यहाँ देवी की त्रिमूर्ति पूजित है और कालांतर में यह स्थान शक्ति-भक्ति का अद्भुत केंद्र बन गया। भक्त मानते हैं कि इसी ऐतिहासिक आधार के कारण यह मंदिर अद्वितीय और अलौकिक है।

मंदिर से जुड़ी एक और कथा अश्वत्थामा की है। महाभारत युद्ध के दौरान जब अश्वत्थामा के मस्तक में गंभीर घाव हुआ, तो वे माँ के दरबार में ब्रह्म बेला में उपस्थित होकर शरण लेते थे। विश्वास है कि वे मंदिर में प्रज्वलित दीपक का तेल अपने घाव पर लगाकर राहत पाते थे। आज भी भक्त मानते हैं कि अश्वत्थामा अदृश्य रूप में प्रतिदिन माँ की आराधना करने आते हैं और गर्भगृह में ताज़े पुष्प उनकी उपस्थिति का प्रमाण हैं।

नवरात्रि के दिनों में यह धाम दिव्यता और भक्ति से आलोकित हो उठता है। भोर से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है, माँ के जयकारे गूँजते हैं और दीपों की लौ अंधकार को मिटाकर चारों ओर भक्ति-रस का वातावरण बना देती है। यहाँ पहुँचकर हर कोई स्वयं को माँ की शरण में पाता है।

भक्तों का विश्वास है कि माँ शीघ्र ही प्रसन्न होकर उनके जीवन की बाधाएँ दूर कर देती हैं। कोई नारियल चढ़ाकर मनोकामना करता है तो कोई चुनरी और पुष्प अर्पित करता है। विद्यार्थी ज्ञान के लिए, व्यापारी समृद्धि के लिए और परिवारजन सुख-शांति के लिए यहाँ आकर नतमस्तक होते हैं।

काली वाहन मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं बल्कि शक्ति का अनुभव कराने वाला धाम है। गर्भगृह में प्रवेश करते ही साधक के भीतर ऊर्जा का ऐसा संचार होता है मानो माँ स्वयं उसकी आत्मा में विराज गई हों। इस अनुभव को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है, यह केवल हृदय से ही महसूस किया जा सकता है।

समय-समय पर माँ भगवती की कृपा से यह मंदिर निरंतर विकसित होता रहा है। भक्त मानते हैं कि माँ स्वयं अपनी भव्यता बढ़ाने के लिए मार्ग प्रशस्त करती हैं। यही कारण है कि मंदिर हर युग में और अधिक दिव्य, भव्य और पूज्य होता चला गया है। यमुना के पावन तट पर स्थित यह मंदिर न केवल इटावा बल्कि संपूर्ण बुंदेलखंड और यमुना घाटी का आध्यात्मिक प्रकाशस्तंभ है। यहाँ आकर हर भक्त अपनी पीड़ा भूल जाता है और माँ के चरणों में शांति, आश्वस्ति और साहस का संचार पाता है।

Share This
Ashish Bajpai
Ashish Bajpaihttps://etawahlive.com/
Content Writer, Call-7017070200, 9412182324, Email-cimtindia@gmail.com, बस एक क्लिक में जाने अपने इटावा को।
spot_img
अपनी खबर या कोई समस्या इटावा लाइव पर निशुल्क प्रकाशित करने हेतु हमें Whatsapp - 7017070200, Email – etawah.news@gmail.com पर जरुर भेंजें।

Read more

वोट करें

हमारा इटावा

इटावा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वर्ष 1921 से 1942 तक

क्र0सं0 सेनानी का नाम पिता का नाम    पता    जुर्माना तथा कब हुई सजा 1 अकबरखां मिढईयां भटौली-विधूना 1931 में 8 माह की सजा 2...

शिक्षाविद

डॉ. विद्याकांत तिवारी: साहित्य, शोध, शिक्षा और समाजसेवा का आदर्श उदाहरण

प्रयागराज के चाँदी गांव में 30 सितम्बर 1946 को जन्मे डॉ. विद्याकांत तिवारी एक साधारण परिवार से आते है। उनके पिता का निधन उस...

राजनीतिज्ञ

सरिता भदौरिया : इटावा की आयरन लेडी और भाजपा की एक सशक्त नेता

इटावा की राजनीति में जब भी महिलाओं के योगदान की बात होती है, तो सरिता भदौरिया का नाम अग्रणी रूप से लिया जाता है।...

प्रशासनिक अधिकारी

अभिनव रंजन श्रीवास्तव एक प्रभावी प्रशासनिक अधिकारी और कुशल टीम प्रबंधक

उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक सेवा में अपनी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन से पहचान बनाने वाले इटावा के अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव आज...

प्रमुख संस्थान

टैक्स और लीगल सर्विस के लिए इटावा में प्रमुख संस्थान – Easy Advise

Easy Advise Tax and Legal Services आधुनिक जीवन में टैक्स और कानूनी मुद्दे बने रहते हैं जिनका समाधान पाना आम व्यक्ति के लिए कई बार...

चिकित्सक

डॉ. शिवओम वर्मा: एक समर्पित बाल रोग विशेषज्ञ और नवजात शिशु चिकित्सक

डॉ. शिवओम वर्मा एक उभरता हुआ नाम जो इटावा में नवजात शिशु और बालरोग विशेषज्ञ के रूप में विख्यात है। वह कुशल और अनुभवी...

चर्चित व्यक्तिव

शब्दों के जादूगर स्व. व्रजेंद्र गौड़ का इटावा से फिल्मी दुनिया में फिल्मफेयर तक का सफ़र

व्रजेंद्र गौड़ का जन्म 1 अप्रैल 1925 को उत्तर प्रदेश के इटावा में हुआ। वे हिंदी सिनेमा के एक प्रतिभाशाली पटकथा और संवाद लेखक...

पत्रकार

जुनैद तैमूरी: पत्रकारिता में निष्ठा, पेशेवरता और समर्पण के प्रतीक

जुनैद तैमूरी: पत्रकारिता में निष्ठा, पेशेवरता और समर्पण के प्रतीक समाचार जगत में उन्मुक्त भविष्य की तलाश करने वाले पत्रकारों में से एक नाम हैं...

टॉप आर्टिकल्स

शरद तिवारी की अनमोल सेवा, लावारिस शवों को दिलाई गरिमामयी विदाई

शरद तिवारी: एक समर्पित समाजसेवी इटावा में शरद तिवारी का नाम समाज सेवा और मानवता के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है।...

व्यवसायी

उर्मिला शाक्य: “द लेडी कैफे” की प्रबंधक एवं ब्यूटी वेलनेस सेवाओं की अग्रणी विशेषज्ञ

उर्मिला शाक्य इटावा के बेहतरीन ब्यूटी सलून "The Lady Cafe- Makeup Studio, Salon and Academy"  की प्रबंधक हैं। वह ब्यूटी और वेलनेस सेवाओं में...

समाजसेवी

रूबी शर्मा: इटावा की एक प्रेरणादायक समाजसेवी

रूबी शर्मा, एक समर्पित और प्रेरणादायक समाजसेवी, जनपद इटावा में अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए जानी जाती हैं। वे नेकी मानव सेवा संस्थान की...

पूर्व अधिकारी

प्रणता ऐश्वर्या (IAS): एक समर्पित और न्यायप्रिय प्रशासनिक अधिकारी

प्रणता ऐश्वर्या (IAS): एक समर्पित और न्यायप्रिय प्रशासनिक अधिकारी प्रणता ऐश्वर्या 2019 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, और इटावा में मुख्य विकास अधिकारी के पद...