बकेवर:- लखना कस्बे के ठाकुरान मुहल्ला स्थित करोड़ों रुपयों के संपत्ति के मालिक राम-जानकी मंदिर में बदइंतजामी और उसकी जमीन पर अवैध कब्जा के मामले को लेकर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत अधिवक्ता ने कस्बे के प्रबुद्धजनों के साथ आमरण अनशन शुरू किया।

लखना कस्बे के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार तिवारी ने जिला अधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पांच दिन पूर्व एक ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया था कि कस्बे के ठाकुरान मोहल्ला स्थित विराजमान ठाकुर राम-जानकी मंदिर से दान की गई करोड़ों की भू-संपत्ति होने के साथ कस्बे के मुख्य बाजार में दुकानें भी है इसके बाबजूद मंदिर में बदइंतजामी होने के साथ मंदिर की भूमि पर लोग कब्जा कर रहे।

जिसपर उन्होंने 29 दिसंबर से आमरण अनशन शुरू करने का अल्टीमेटम दिया था। इसी के चलते अधिवक्ता अशोक कुमार तिवारी ने नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह राठौर एडवोकेट, अशोक दुबे एडवोकेट,सरनाम सिंह कुशवाहा एडवोकेट, सोनू वर्मा एडवोकेट, राजाराम दोहरे अरुण तिवारी बाबू नरेंद्र सिंह राठौर के साथ अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को दोपहर दो बजे से राम-जानकी मंदिर परिसर में ही अपना आमरण अनशन शुरू कर दिया।
आमरण अनशन का नेतृत्व कर रहे अशोक कुमार तिवारी एडवोकेट ने इस मौके पर बताया कि उनके द्वारा प्रशासन को पहले ही अल्टीमेटम देने के बाद भी अनशन के पहले दिन कोई भी सरकारी कर्मचारी उनकी समस्या के निवारण के लिए अनशन स्थल पर नहीं आया। उन्होंने बताया कि जब तक राम-जानकी मंदिर की समस्याओं का निवारण और उसके लिए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होती उनका आमरण अनशन जारी रहेगा।

