जिले में आयोजित हो रही इटावा नुमाइश प्रदर्शनी में इस बार छोटे दुकानदारों को स्टॉल आवंटन न मिलने से नाराज़गी बढ़ती जा रही है। चाय, पॉपकॉर्न, मूफली, स्नैक्स और छोटे व्यापार से जुड़े कई दुकानदार पूरे दिन अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट समाधान नहीं मिल सका।

दुकानदारों का कहना है कि वे वर्षों से नुमाइश में स्टॉल लगाकर रोज़गार चलाते रहे हैं, लेकिन इस बार न तो जगह मिली और न ही किराए को लेकर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। कई छोटे व्यवसायी स्टॉल आवंटन के लिए अधिकारियों के सामने हाथ जोड़कर अपनी परेशानी रखते रहे, पर स्थिति जस की तस बनी रही।
मामले में सदर एसडीएम विक्रम राघव से दुकानदारों ने मुलाकात की। एसडीएम ने “देखते हैं” कहकर आश्वासन तो दिया, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया। दुकानदारों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि प्रशासन छोटे व्यापारियों के हित में त्वरित कार्रवाई करेगा, लेकिन फिलहाल स्थिति अनिश्चित बनी हुई है।

छोटे दुकानदारों के अनुसार, प्रशासन ने प्रदर्शनी क्षेत्र में चाय स्टॉल, पॉपकॉर्न और अन्य ठेले लगाने की अनुमति देने से भी मना कर दिया है। इससे रोज़गार पर सीधा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। दुकानदारों ने मांग की है कि नुमाइश में उन्हें भी पूर्व की भांति स्थान दिया जाए ताकि उनका व्यवसाय प्रभावित न हो और वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।

