उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) के भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास विभाग (पीएमआर) द्वारा विश्व व्यावसायिक चिकित्सा दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विविध गतिविधियों जैसे—प्रदर्शन, जागरूकता सत्र एवं सामुदायिक संवाद के माध्यम से व्यावसायिक चिकित्सा की जीवन में भूमिका पर प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कन्नौजिया ने कहा कि आज के समय में बहु-विषयक पुनर्वास में व्यावसायिक चिकित्सा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने बताया कि यह चिकित्सा न केवल रोगियों की कार्यक्षमता बढ़ाती है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।

इस अवसर पर सहायक तकनीकों के प्रदर्शन, सहायक उपकरणों की प्रदर्शनी, घरेलू एर्गोनॉमिक सुधार सत्र और देखभालकर्ताओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इन सत्रों में प्रतिभागियों को बताया गया कि कैसे व्यावसायिक चिकित्सा व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों को आसान बनाकर जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाती है।

कार्यक्रम के दौरान व्यावसायिक चिकित्सक सुश्री मेघा गोयल ने कहा, “व्यावसायिक चिकित्सा रोगियों को पूर्ण और स्वतंत्र जीवन जीने में सशक्त बनाती है।” उपस्थित जनसमूह ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे अत्यंत उपयोगी बताया।

