जनपद में धान व बाजरा की फसलों के लिए यूरिया खाद की भारी आवश्यकता है, लेकिन समय पर खाद उपलब्ध न होने से किसान गंभीर संकट में हैं। किसानों का कहना है कि यदि इस समय फसलों में खाद नहीं दी गई तो पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव ने इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि किसान सुबह से ही सहकारी समितियों पर लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहते हैं, लेकिन खाद न मिलने के कारण उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सहकारी समितियों पर कई दिनों से किसान चक्कर काट रहे हैं। हर बार किसानों को “स्टॉक खत्म” होने का हवाला देकर लौटा दिया जाता है। इससे किसानों में गहरी नाराजगी व्याप्त है।
मलखान सिंह यादव ने कहा कि इस समय यदि किसानों को खाद उपलब्ध नहीं कराई गई तो धान और बाजरे की फसलों को बड़ा नुकसान हो जाएगा। उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार, किसानों को उनकी फसल बचाने के लिए खाद तक उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
कांग्रेस नेता ने जिलाधिकारी से मांग की कि सहकारी समितियों पर तत्काल पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अन्नदाताओं की समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी सहकारी समितियों पर तालाबंदी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।