रिपोर्ट- आनन्द पाण्डेय
इटावा। चकरनगर कस्बा के पूजा गेस्ट हॉउस मे पुस्तक इटावा कल आज और कल की जानकारी अधिकारी हरीश कुमार (पूर्व आई पी एस) ने एक बैठक के दौरान उपस्थित जन समुदाय को बारीकी से समझाई। उन्होंने कहा कि इटावा जिले से यदि चकरनगर का इतिहास अलग कर दे तो बहुत कम ही कुछ बताने को रह जायेगा। पूर्व डी आई जी ने कहा कि चकरनगर मे डाकू नहीं बल्कि यहां हमेशा बागी हुए है। चाहे 1857 कि गदर के दौरान राजा रूप सिंह सेंगर भरेह हो या राजा निरंजन सिंह चौहान चकरनगर दोनों राजा अंग्रेजो के खिलाफ बागी हो गए थे। वैसे ही जिन्हे आप लोग डाकू कहते है। हम उनको भी बागी ही समझ रहे है। वो लोग भी किसी न किसी बात से असंतुष्ट होकर बागी हुए थे।आज भी चंबल की माटी की वो खूबी है कि प्रेम मे तुम्हारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडे हो जायेगे और यदि आपने इनके सम्मान का अपमान करना चाहा तो ये लोग आज भी बगावत कर लेते है।
इस मौके पर अध्यक्षता करते सरनाम सिंह चौहान और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मुकेश सिंह राजावत, ब्लॉक प्रमुख राकेश यादव, विपिन दुबे, देवेंद्र सिंह राजावत, अंशु चौहान, भूपेंद्र सिंह चौहान, प्रदीप सिंह राजावत, नरेन्द्र सिंह चौहान पाली, विजयबहादुर सिंह कुशवाहा, योगेंद्र सिंह चौहान, सचेद्र सिंह चौहान, अनुरुद्ध सिंह चौहान, अभिषेक चौहान आदि लोग मौजूद रहे।