क्रान्ितकारियों ने अपना कार्यक्रम शुरू कर दिया और राजनैतिक डकैतियों का सिलसिला जारी हुआ । 9 अगस्त सन् 1925 को काकोरी कांड के रूप में एक डकैती हुई, जिसमें इटावा के ज्योतिशंकर दीक्षित तथा औरैया के मुकुन्दीलाल गिरफ्तार हुये । यह कांड हिन्दुस्तान रिपब्िलकन नाम की क्रान्ितकारी पार्टी की ओर से किये गये कार्यो में से एक था।
महात्मा गांधी ने देश की आंतरिक शक्ित को बढ़ने के लिये कांग्रेस के कार्यक्रम में तीन बातें (1) हिन्दू मुस्िलम एकता (2)अछूतोद्धार ओर (3) चरखे का प्रयोग रखी। इटावा ने भी इस त्रिविध कार्यक्रम को अपनाय।
2 फरवरी सन् 1928 को साइमन कमीशन बम्बई में आया, उसी समय देश के राजनैतिक वातावरण में सरकार के प्रति अपार रोष था। कमीशन के बहिष्कार मे देश जी –जान से जुट गया।