भरथना- कस्बा की नवीन बस्ती शिवपुरी (बृजराज नगर) में मंगलवार की सुबह घर सूना होते ही करीब साढ़े 10 बजे जितेंद्र गोस्वामी के परिजनों में उस समय कोहराम मच गया, जब सूना घर देखकर उनकी पुत्रबधू आकांक्षा (22 वर्ष) पत्नी अमित कुमार उर्फ भोला ने घर का अन्दर से गेट बंद करके आंगन में लगे लोहे के जाल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों को घटना की जानकारी कुछ देर बाद तब हो सकी, जब मृतका आकांक्षा की 15 वर्षीय ननद कु0 साक्षी पेटदर्द होने पर स्कूल से छुट्टी लेकर घर पहुंची। लेकिन घर का अन्दर से गेट बंद होने पर साक्षी भाभी-भाभी दरवाजा खोलो पुकारती रही। लेकिन भाभी आकांक्षा ने दरवाजा नहीं खोला, इस बीच गेट की पर्दा हटाकर देखा तो आकांक्षा आंगन में फांसी के फंदे पर झूलती दिखी। इस दृश्य को देखकर ननद साक्षी चीख पड़ी। साक्षी की चीख सुन आसपास के लोग एकत्रित हो गए। जिन्होंने घटना की सूचना देकर अन्य परिजनों व मृतका के मायके और पुलिस को मौके पर बुला लिया।
चीख पुकार के बीच मृतका की सास पूनम गोस्वामी पत्नी जितेंद्र गोस्वामी ने बताया कि घटना के दौरान वह खुद अपनी सिलाई की दुकान पर और बेटा अमित मजदूरी करने, पति जितेंद्र फेरी लगाने घर से गए हुए थे। जबकि उसकी तीनों छोटी बेटियां कु0 साक्षी, कु0 कार्तिकी, कु0 अनुष्का स्कूल गई हुईं थीं। घर सूना पाकर उसकी पुत्रबधू आकांक्षा ने दूसरी बार फांसी का प्रयास करके आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि उनके बेटे अमित की बीते 8 माह पूर्व 5 मार्च को आकांक्षा से शादी हुई थी और वह चार माह की गर्भवती थी। बावजूद बीते चार माह पूर्व भी आकांक्षा ने पहली बार फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन तत्काल परिजनों के देख लेने पर उसे बचा लिया था। जिसमें घर के दरवाजे तोड़कर आकांक्षा को पहली बार मौत से बचा लिया था। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

