भरथना- उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की उपशाखा ने अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी शुभ्रान्त शुक्ला को सौंपा। इस दौरान उपजिलाधिकारी काव्या सी (आईएएस) भी मौजूद रही। संघ के पदाधिकारियों ने सरकार से मांगों के शीघ्र समाधान की अपील की है।
लेखपाल संघ ने ज्ञापन में बताया कि वर्तमान समय में लेखपाल चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं पर अभी तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। प्रमुख मांगों में लेखपालों की शैक्षणिक योग्यता और पदनाम परिवर्तन, वेतनमान का उच्चीकरण, एसीपी विसंगति दूर करना तथा मृतक आश्रितों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देना शामिल है। संघ का कहना है कि अन्य विभागों में स्थानांतरण प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं, परंतु लेखपाल वर्ग इससे वंचित है।
इसके अतिरिक्त, राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदार के अतिरिक्त पदों का सृजन, स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करना, नियत यात्रा भत्ते के स्थान पर मोटरसाइकिल भत्ता लागू करना तथा विशेष वेतन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रतिमाह करना भी मांगों में शामिल है। संघ ने अंतर्मंडलीय स्थानांतरण सूची जारी करने और राजस्व निरीक्षक पदोन्नति के लिए डीपीसी विभागीय पदोन्नति समिति का शीघ्र आयोजन कराने की भी मांग की है। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि लेखपाल जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करते हैं, लेकिन सुविधा और संसाधनों की कमी के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांगों को प्राथमिकता पर लेकर उचित कार्यवाही करेगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान तहसील अध्यक्ष अजय यादव, मंत्री सुधीर चतुर्वेदी, विपिन कुमार, संजय कुमार, रामनरेश सिंह, सुन्दर सिंह, नेत्रपाल सिंह, रीतू, श्रद्धाकमल सहित समस्त लेखपालों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

