उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टूडेंट्स ने वसंत पंचमी के पावन अवसर पर हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया। मेडिकल कॉलेज परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ फैकल्टी मेंबर्स ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान, बुद्धि, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई। पूजा पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न हुई, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा। पूजन के पश्चात हवन का आयोजन किया गया, जिसमें सभी उपस्थित जनों ने आहुतियां दीं।
इस अवसर पर स्टूडेंट्स ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें संगीत, नृत्य और कविता पाठ शामिल थे। पूरे कार्यक्रम में मेडिकल स्टूडेंट्स पारंपरिक पीले वस्त्र धारण किए हुए थे, जो बसंत ऋतु के उल्लास और सौंदर्य का प्रतीक है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) पी.के. जैन, प्रतिकुलपति डॉ. रमाकांत यादव, संकायाध्यक्ष (चिकित्सा) डॉ. आदेश कुमार समेत विभिन्न विभागों के फैकल्टी मेंबर्स, चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल और पैरामेडिकल स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. (डॉ.) पी.के. जैन ने वसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “वसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और यह पर्व ज्ञान, बुद्धि, कला एवं संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है।”
संकायाध्यक्ष चिकित्सा डॉ. आदेश कुमार ने कहा, “विद्या, ज्ञान, संगीत और कला की देवी वीणावादिनी मां सरस्वती का जन्मोत्सव वसंत पंचमी को मनाया जाता है। यह पर्व ऋतुराज वसंत के आगमन की सूचना भी देता है। मां सरस्वती जीवन से अज्ञानता का अंधकार समाप्त करने वाली देवी हैं।”