इटावा जनपद में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की ओर से चलाया जा रहा है। जिला पीपीएम समन्वयक निर्मल सिंह ने शिक्षण संस्थाओं से मिलकर निश्चय मित्र बनकर टीबी रोगियों को गोद लेने हेतु प्रेरित करने का काम किया जा रहा है। जिसमें उन्होंने पानकुअर इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य से तीन बार बैठक की और टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया तो डॉ कैलाश यादव टीबी रोगियों के प्रति जागरूक और संवेदनशील हुए। निक्षय मित्र बनकर 5 टीबी मरीजों को गोद लिया और मरीजों के घर घर जाकर पोषण पोटली प्रदान की। उन्होंने जिन मरीजों को गोद लिया है उनकी पूरी जिम्मेदारी ली है हर माह उनके घर जाकर पोषण पोटली देने का काम करने का बीड़ा उठाया है। उनके इस प्रयासों को देखते हुए विश्व क्षयरोग दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
डॉ कैलाश चंद यादव ने कहा कि टीबी मरीज कुपोषण का शिकार होते हैं कुपोषित होने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण शरीर संक्रमण को झेल नहीं पाता है। और टीबी के रोगी बन जाते हैं अच्छा भोजन सभी के लिए आवश्यक है। टीबी रोगियों समल से दबा लेने के साथ साथ शरीर के खानपान को अच्छा बनाए रखें। इसके लिए कांशी राम कॉलोनी के 5 रोगियों को मैंने गोद लेकर उनके घर पर जाकर उन्हें पोटली देने का जमा लिया है इसके अलावा अप्रैल माह में में 5 और बच्चे गोद लेकर 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करता रहूंगा।