भरथना,इटावा। भागवत कथा का श्रवण कर उसमें बताये गये सदमार्गों का अपने जीवन व व्यवहार में अनुसरण करके निरन्तर हरि स्मरण करने पर ही उसकी सार्थकता सिद्ध होती है। इसके माध्यम से ही हम अपने जीवन को आनन्द-मंगलमय बना सकते हैं। भागवत कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है।
उक्त बात भरथना विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम कुतुबपुर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ समारोह के दौरान मौजूद श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए सरस कथावाचक बलराम दास जी महाराज (वृन्दावन) ने कही। उपस्थित महिला-पुरूष श्रद्धालुजनों को कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा में इतनी दैवीय शक्तियां विद्यमान हैं,कि इसके श्रवण से संशय दूर होता है, साथ ही जन्म-जन्मान्तर के विकार भी नष्ट होते हैं। वहीं उन्होंने अन्य प्रसंगों पर आधारित कथा का मार्मिक वर्णन किया। इस दौरान परीक्षित राजेश यादव,शशि देवी,यज्ञपति राजपाल सिंह,ममता देवी,ऋषि यादव,चन्द्रहास यादव,अमित यादव,शनि यादव,सुरेश चन्द्र, गिरीश कुमार,रामकुमार,मुकेश कुमार सहित सैकडों व्यवस्थापकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।