कचौरा रोड पर स्थित भोगनीपुर गंग नहर का 150 वर्ष पुराना पुल कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। अंग्रेजी शासनकाल में 1879 में निर्मित यह पुल अपनी मियाद पूरी कर चुका है, लेकिन इस पर प्रaतिदिन भारी-भरकम वाहनों का आवागमन जारी है। जिला प्रशासन और संबंधित विभाग इस गंभीर स्थिति से अनजान बने हुए हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल है। पुराना पुल जर्जर हो चुका है और इसकी संरचना कमजोर हो गई है। इसके बावजूद न तो पुल के दोनों छोर पर कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, न ही भारी वाहनों की गति को नियंत्रित करने के उपाय किए गए हैं। पुल के ऊपर से गुजरने वाले वाहन चालकों को इसकी स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती, जिससे हादसे की आशंका और बढ़ जाती है।
कचौरा रोड पर स्थित यह पुल राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाले मार्ग पर एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इसे 1879 में अंग्रेजी शासन के दौरान बनाया गया था। अब यह पुल अपनी उम्र पूरी कर चुका है और मरम्मत के अभाव में लगातार खराब होता जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस पुल की स्थिति का जायजा लेकर तत्काल कदम उठाने चाहिए। क्षेत्र के निवासी चाहते हैं कि या तो इस पुल को भारी वाहनों के लिए बंद किया जाए या इसे पुनर्निर्माण के लिए प्राथमिकता दी जाए।
पुल की खतरनाक स्थिति को लेकर प्रशासन की लापरवाही से स्थानीय लोग नाराज हैं। अभी तक इस पुल की मरम्मत या सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।अगर इस पुल की स्थिति पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में यहां बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन को तुरंत पुल की मरम्मत और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करना चाहिए, ताकि जनहानि से बचा जा सके।