इटावा। पिलुआ महावीर मंदिर पर हो रहे श्री मारुति महायज्ञ के पच्चीसवें वार्षिकोत्सव में श्री राम कथा सुनाते हुए आचार्य श्री श्री 1008 महंत हरभजनदास महाराज ने कहा कि संसार में वे ही पुत्र बड़े भाग्यवान हैं, जो अपने माता पिता के वचनों में विश्वास कर सदैव उनकी आज्ञा का पालन करते हैं।
राम वनवास के प्रसंग का तात्विक विवेचन करते हुए महंत हरभजन दास ने कहा कि जब कैकेई ने राम को उनके चौदह बरस वनवास की बात कही तो राम ने बड़े प्रसन्न भाव से उनसे यही कहा कि ” सुन जननी सोई सुत बडभागी। जो पितु मातु वचन अनुरागी “। यह है राम का उच्चादर्श जिन्होंने माता पिता के वचनों का पालन करने के लिए राज सिंहासन को भी सहर्ष त्याग दिया और आज के कलियुगी पुत्र अपने सुख के लिए माता पिताओं को वृद्धाश्रमों में डाल देते हैं। जो माता पिता पूरी जिंदगी अपने बच्चों का जीवन सुधारने के लिए अपना जीवन की परवाह न करते हुए उनकी परवरिश में लगा देते वही बच्चें बुढ़ापे पर उनके साथ दुर्व्यवहार करते है।
कथा में भाजपा नेता कृपा नारायण तिवारी , सुधीर मिश्र, विजय यादव,रघुवीर यादव ने आचार्य महंत का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कथा आयोजन उन्नीस मार्च तक चलेगा। कथा का समय बारह बजे से सायं पांच बजे तक है।