इटावा के श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर, लालपुरा में पारसनाथ और चंद्रप्रभु भगवान का जन्म और तप कल्याणक महोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रातःकाल भगवान श्रीजी का अभिषेक और शांतिधारा की गई। इसके पश्चात भगवान को पालकी में विराजमान कर भव्य यात्रा निकाली गई, जो रंगलाल चौराहा, राजागंज चौराहा और सराय नगर मंदिर से होते हुए मंदिर लौटकर समाप्त हुई। पालकी यात्रा के दौरान भक्तों ने “अपने द्वार आए भगवान” की आरती पूरे उत्साह के साथ की।
इस दौरान पुजारी पीले वस्त्र और मुकुट धारण किए हुए भगवान की पालकी को कंधों पर लेने के लिए उत्सुक दिखे। महिलाएं और पुरुष भक्ति में लीन होकर भजन-कीर्तन में सम्मिलित हुए।
इस आयोजन में अनूप जैन, वैभव जैन, सौरभ जैन, राजू जैन, शालू जैन, रिंकू जैन, पीयूष जैन, लल्ला जैन, रजत जैन, पप्पू जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के पुरुष और महिलाएं, जैसे पूजा जैन, शोभा जैन, शालिनी जैन और बाविता जैन, शामिल हुए।
जसवंतनगर के श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में भी जन्म कल्याणक महोत्सव पर पालकी यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में भगवान का अभिषेक और शांतिधारा की गई।
पालकी यात्रा में प्रखर जैन, राजकमल, चिराग जैन, अनुपम और लक्ष्य जैन का विशेष योगदान रहा। प्रथम पालना झुलाने का सौभाग्य योगेश कुमार, इंद्र प्रकाश, ऋषभ जैन और पीयूष जैन सपरिवार को प्राप्त हुआ। वहीं, प्रथम आरती का सौभाग्य जिनशासन महिला मंडल को मिला। सकल जैन समाज ने इस आयोजन को भव्य और सफल बनाने में सहयोग दिया।