बकेवर: भोगनीपुर नहर के सीमांकन का कार्य शुरू होने से लखना कस्बे में अतिक्रमण करने वालों में हड़कंप मच गया है। सिंचाई विभाग ने नहर के मुख्य बिंदु से दोनों ओर 100-100 मीटर की परिधि में पटरियों को अतिक्रमण मुक्त कराने की तैयारी कर ली है।
भोगनीपुर निचली गंगा नहर में लगभग 112 किलोमीटर तक जगह-जगह पुनरोद्धार का काम होना है। इसके लिए शासन से 22 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई है। नहर के पुनरोद्धार कार्य कराए जाने के बाद नहर को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सीमांकन का कार्य भी जोर-शोर से शुरू कर दिया गया है।
सिंचाई विभाग के जिलेदार नरेंद्र सिंह सेंगर के नेतृत्व में एक टीम ने लखना कस्बे में नहर के पुराने और नए पुल के बीच दोनों पुलों पर सीमांकन का कार्य किया और विनीकरण किया। नहर किनारे अवैध कब्जा करने वालों में खलबली मची हुई है। सीमांकन नहर की बीच जलधारा से 100-100 मीटर दोनों ओर किया जा रहा है। सीमांकन कार्य पूर्ण होने के बाद इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
लखना कस्बे में नहर की दोनों पटरियों के पास जो घर बने हैं उनमें से कई घर नहर विभाग की जमीन पर अतिक्रमण किए हुए हैं। सीमांकन की कार्रवाई शुरू होने से इन अतिक्रमणकारियों के होश उड़ गए हैं।नहर की सुरक्षा: यह कार्रवाई नहर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। सिंचाई व्यवस्था में सुधार: इससे सिंचाई व्यवस्था में सुधार होगा। अतिक्रमण पर रोक: यह अतिक्रमण पर रोक लगाने में मदद करेगा।
सीमांकन के बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई आसान नहीं होगी क्योंकि कई लोग नहर की जमीन पर लंबे समय से कब्जा किए हुए हैं